KAIMUR : कैमूर से अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है शिक्षा के मंदिर में दूसरे को शिक्षा देने वाला शिक्षक प्रेमिका के साथ अय्यासी करते है सारा वेतन उसपर खर्च करते है तो वही पत्नी और दो बच्चों को खाने के लिए लाले पड़ रहे है,पति के वेतन से पैसे के लिए पत्नी कार्यालय का चक्कर लगा रही है कि पति के वेतन का आधा पैसे हमे दिया जाए जिससे हम अपने बच्चों का परवरिश कर सके।
पहले भाभी, फिर दूसरी लड़की से बनाए संबंध
महिला अपने दोनों बच्चों को लेकर आज अपने मायके सासाराम में रहती है। उसने बताया कि 2015 में बक्सर जिले के सिसौंधा के रहने वाले किशोर कुमार के साथ शादी हुई थी। कुछ महीने अच्छे से जिंदगी चल रही थी तभी भाभी के साथ अवैध संबंध हो गया। इसके बाद यह सिलसिला नहीं थमा। विवाहिता ने बताया कि उसके बाद एक और लड़की से प्रेम प्रसंग चलने लगा। जिसके बाद हमलोग का जिंदगी नरक बन गया उसी को लेकर पत्नी विरोध करने लगी जिसके बाद दोनों में मारपीट हुआ करता था।
परिवार और रिश्तेदारों के समझौते के बाद पति भभुआ लेकर किराए पर रूम लेकर रहने लगा तब तक उसके दो बच्चे का जन्म हो चुका था जिसमे 6 वर्ष के निर्भय और 2 वर्ष की खुशी थी,पति सोनहन थाना के कोरिगाँवा उच्य विद्यालय में पढ़ता है। जब 2020 में कोरोना काल का पहला लहर चल रहा था तो भभुआ में किराए के मकान में पत्नी और दो बच्चों को छोड़कर अय्याश टीचर पति फरार हो गया। जिसके बाद विवाहिता के मायके वाले उसे अपने साथ ले गए। उसके बाद सासाराम फैमिली कोर्ट में केश दर्ज कराए जो आज भी लंबित है,उसके बाद आज तक पत्नी बच्चों के परवरिस के लिए एक पैसा नहीं देता है।
प्रेमिका पर खर्च करता है सारा पैसा
विवाहिता ने बताया कि उसके पति ने अभी तक अपने सर्विस बुक में न तो मेरा नाम दर्ज करवाया है और न ही बैंक खाते में नोमिनी बनाया है। विवाहिता ने टीचर की नौकरी करनेवाले पति के वेतन के पैसे पर उसकी प्रेमिका अय्याशी कर रही है। जबकि मुझे और मेरे बच्चों को मायके के पैसे पर गुजारा करना पड़ रहा है। शिक्षक की सास प्रभावती देवी का कहना है कि मेरी बेटी और उसके बच्चे को मारपीट करते है मेरे दमाद अपनी पत्नी को एक पैसा नहीं देते हैं
अब विवाहिता ने जिला प्रशासन से पति तके वेतन का आधा पैसा गुजारा भत्ता दिलाने की मांग की है। ताकि मायके के पैसे पर निर्भरता खत्म किया जा सके। वहीं शिक्षक किशोर कुमार का कहना है पत्नी का जो भी मामला है कोर्ट में चल रहा है,कोर्ट में ही फैसला होगा,कोर्ट का जो आदेश होगा हम तैयार है,बाकी कुछ भी नहीं कहना है।
अब सवाल है कि जो इंसान शिक्षक के रूप में बच्चों को भविष्य बनाने के लिए शिक्षा देता है उसके खुद के घर में पत्नी दो बच्चे खाने के लाले पड़ रहे है और प्रेमिका पर वेतन का सारा पैसा खर्च करता है,जिसको लेकर पत्नी शिक्षा विभाग में पति के वेतन का आधा हिसा की मांग कर रही है,अब देखना है कि शिक्षक के पत्नी और दोनों बच्चों को कैसे परवरिश होता है।